20Feb

अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस

*"बिज्जी" को याद कर मनाया अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस* *विभिन्न लोक भाषाओं का हुआ प्रस्तुतीकरण* कमला नेहरु नगर स्थित लक्की इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। संस्थान के प्राचार्य अर्जुन सिंह सांखला ने बताया कि यूनेस्को द्वारा 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया गया है। उन्होंने यूनेस्को की इस पहल का सम्मान करते हुए कहा कि यूनेस्को द्वारा इस दिवस को घोषित करने से लोगों का अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान बढ़ेगा तथा वह अपनी भाषाई संस्कृति से परिचित होंगे। कार्यक्रम की शुरुआत राजस्थानी भाषा के मुंशी प्रेमचंद कहे जाने वाले विजय दान देथा की सांस्कृतिक विरासत को याद कर की गई तथा श्री सांखला ने अपने स्वागत भाषण में विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा का महत्व समझाया साथ ही उन्हें मातृभाषा एवं राष्ट्रभाषा के मध्य अंतर को समझाया। इस कार्यक्रम का आयोजन दो चरणों में किया गया। इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में विद्यार्थियों ने देश के विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए वहां कि संस्कृति, भाषा, लोक नृत्य, परंपरागत खानपान एवं वेशभूषा के बारे में नाटिका एवं लोकगीतों के द्वारा प्रस्तुत किया। इस चरण की सबसे प्रमुख विशेषता यह रही कि विद्यार्थियों ने बंगला, पंजाबी, सिंधी, मारवाड़ी, गुजराती, हिंदी आदि भाषाओं में अपने विचार प्रस्तुत किए तथा उपस्थित सभी श्रोताओं ने भाषा समझ में ना आते हुए भी उनके भावों को समझ उनकी बात सुनी। कार्यक्रम के दूसरे चरण में आशु भाषण का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने "तात्कालिक परिस्थिति में मातृभाषा की भूमिका" विषय पर अपनी मातृभाषा में विचार प्रस्तुत किए । अंत में डॉ आशु राठौड़ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर कॉमर्स को मैनेजमेंट से डॉ आशु राठौड़, शिक्षा विभाग से डॉ दिव्या चौधरी, आईटी विंग से डॉक्टर सौरभ खत्री एवं सभी शिक्षक गण उपस्थित रहे।